यदि पति-पत्नी के बीच थोड़ा भी मन-मुटाव हो तो उसे मिटाने का तुरंत प्रयत्न करना चाहिए। यदि ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाववश दाम्पत्य जीवन में आई खटास बाहरी कोशिशों के बाद भी दूर नहीं हो पाती तो उसके लिए यह उपाय करना काफी लाभप्रद रहता है। पति-पत्नी को इसके लिए शीघ्र पहल करनी चाहिए। शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को पत्नी अशोक वृक्ष की जड़ के पास घी का दीपक और चंदन का धूप जलाने के बाद श्रध्दापूर्वक प्रसाद चढ़ा कर प्रणाम करें। फिर पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें और उस समय कामना करें कि मेरे दाम्पत्प जीवन में जिस किसी भी वजह से दरार पड़ी है वह समाप्त हो जाए। फिर वृक्ष से सात पत्ते तोड़ कर घर लाएं और श्रध्दा से उनकी पूजा करें व घर के पूजा स्थल पर रख दें। अगले सोमवार को फिर से अशोक वृक्ष की पूजा की वही प्रक्रिया दोहराएं तथा पहले के सूखे पत्तों को बहते जल में प्रवाहित कर दिया करें। जब तक आपसी मन-मुटाव समाप्त न हो तब तक पूजा की प्रक्रिया जारी रखें। विश्वास करें इस उपाय से कुछ ही समय में दाम्पत्य जीवन की मुरझाई कलि खिल उठती है। |
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