दांपत्य जीवन में मन-मुटाव

उपाय

यदि पति-पत्नी के बीच थोड़ा भी मन-मुटाव हो तो उसे मिटाने का तुरंत प्रयत्न करना चाहिए। यदि ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाववश दाम्पत्य जीवन में आई खटास बाहरी कोशिशों के बाद भी दूर नहीं हो पाती तो उसके लिए यह उपाय करना काफी लाभप्रद रहता है। पति-पत्नी को इसके लिए शीघ्र पहल करनी चाहिए। शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को पत्नी अशोक वृक्ष की जड़ के पास घी का दीपक और चंदन का धूप जलाने के बाद श्रध्दापूर्वक प्रसाद चढ़ा कर प्रणाम करें। फिर पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें और उस समय कामना करें कि मेरे दाम्पत्प जीवन में जिस किसी भी वजह से दरार पड़ी है वह समाप्त हो जाए। फिर वृक्ष से सात पत्ते तोड़ कर घर लाएं और श्रध्दा से उनकी पूजा करें व घर के पूजा स्थल पर रख दें। अगले सोमवार को फिर से अशोक वृक्ष की पूजा की वही प्रक्रिया दोहराएं तथा पहले के सूखे पत्तों को बहते जल में प्रवाहित कर दिया करें। जब तक आपसी मन-मुटाव समाप्त न हो तब तक पूजा की प्रक्रिया जारी रखें। विश्वास करें इस उपाय से कुछ ही समय में दाम्पत्य जीवन की मुरझाई कलि खिल उठती है।
 

नुस्खे
गले में गिल्टियां
  • बच्चों के गले में कष्ट होने पर वह बहुत रोता है। महानिम्ब (बकायन) के पत्तों और छाल का काढ़ा पिलाने तथा छाल व पत्तों की पुल्टिस गले में बांधने से शीघ्र लाभ पहुंचता है।
  • यदि गले में गिल्टियां निकल आयी हों तो नीम की पत्तियाँ बारीक पीसकर उसमें नमक मिला कड़वे तेल में पकाएँ। फिर उसमें एक चुटकी पिसी हुई हल्दी मिलाकर पुल्टिस तैयार करें और इसे कपड़े में गांठ की तरह बाँधकर गिल्टियों और सूजन पर हल्की-हल्की सिकाई करें। दो-तीन दिनों में ही सूजन जाती रहेगी और गिल्टियाँ घुलने लगेंगी। प्राय: सिकाई करने से शुरू  में सूजन बढ़ने लगती है क्योंकि खून का संचार होने से सूजन वाली जगह फूल जाती है मगर बाद में सूजन कम हो जाती है।
  • गले की गिल्टियों के उपचार के लिए पीपल की जड़ लाइये जो धरती पर न उगकर दीवार, गुम्बद के शिखर या कु एँ की पक्की दीवार फोड़कर उग आते हैं। ऐसी जड़ों को चंदन की तरह घिसकर कंठ-माला की गाँठों पर रोजाना लेप दें, बल्कि दिन में तीन-चार ऐसा बार लेपें। ऐसा करने से या तो गाँठें दबकर मुर्झा जाती हैं या फिर पककर फूट जाती हैं।

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